संदेश

मार्च, 2013 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पवित्र नदियाँ - पावन करती और प्रदूषित होती.

चित्र
गंगा, सिन्धु, सरस्वती, यमुना, गोदावरी, नर्मदा, कावेरी, शरयु, शिप्रा, ख्याता, गया व गण्डकी इन नदियों का उल्लेख एक संस्कृत श्लोक मे आता है व माना जाता है की बड़ी पवित्र है. भारतीय दर्शन में नदियों का महत्व सदा रहा है. हम आज भी उसी प्राचीन दर्शन के चलते नदियों को नित्य धार्मिक व जीवन के उपयोग में लेने का अधिकार समझते है. अंतर यह आया है की, प्राचीन काल में अधिकार के साथ कर्त्तव्य बोध भी होता था. मैंने पिछले लेख में स्नान की विधि का उल्लेख किया था, जिसमे प्राचीन काल में लोगो द्वारा नदियों में स्नान करने का व उसे स्वछ रखने का वर्णन किया था. हम अपने प्राचीन ग्रंथो का अध्ययन करे तो पायेंगे की हमारे पूर्वज प्राकृतिक संसाधनों का योग्य व प्राकृतिक सवर्धन का पूर्ण विचार करते थे. पुराण काल में की गई अनेक रचनाओ में इस विचार का अनेक स्थनों पर उल्लेख आता है. वेदों में प्रकृति के पञ्च तत्त्व को पांच देवो का रूप दिया गया व उनके दिव्य गुणों का वर्णन किया गया है. कालांतर में हमारी सभ्यता में ज्यो-ज्यो परिवर्तन आया, कुछ हमने लाया व कुछ बाहर के आक्रमणकारीयो के द्वारा प्रतिपादित उनके जीवन-मूल्यों, संस्...

प्राचिन स्नान विधि

प्राचिन वैदिक स्नान कोई विधा नही है जिसका यहां उल्लेख करा जा रहा है. दरसल यह नदियो मे स्नान करने की प्राचिन पद्धति है जो किसी सज्जन से ज्ञात हुई. विचार किया, आप से यह साझा करू. सो विषय प्ररम्भ होता है इस प्रकार - आज कल हम नदियों में स्नान करने जाते तो है पर, क्या हम योग्य रीति से स्नान करते है? अधिकांष लोग इस पर विचार भी नहीं करते होंगे व संभवतः इसका ज्ञान भी नहीं होगा. मेरे बचपन मे गर्मियों के दिनों मे हम बच्चे लोग गंगा नदी में हर दिन स्नान करने जाते थे. पर्यटक भी गर्मियों में भी बड़ी संख्या में आते, उन् मे ग्रामीण भारत से भी तीर्थटन के लिए लोग आते. दोनों शहरी व ग्रामीण लोगो के स्नान विधि मे बड़ा अंतर था. शहरी साधारण रूप से कपडे उतार कर सीधे नदी में स्नान करने लगते. हां! कुछ किशोर-किशोरिया लज्जा के चलते कपडे पहन कर ही स्नान करते या नदी के जल का मज़ा लेते. सामान्य तह: हम भी ऐसा ही करते थे. वहीँ ग्रामीण लोग उन मे भी वृद्ध जन का स्नान करने का अंदाज़ बिरला ही था. बड़े ही निशिन्तता से वे स्नान करते. कभी जिज्ञासा हुई तो पुछ लिया. उन मे से एक सज्जन ने बड़े विनम्रता से बताया की, हमे बचपन से ही इ...